Wednesday, April 1, 2009

Black Hole CH-49 बुक स्टोअर

एक बुक स्टोअरमें डॅनिययलने रॅकपर रखी हूई एक किताब उठाई और वह उस किताबके पन्ने पलटने लगा. उसके बगलमेंही सुझान खडी थी. लेकिन वह अपनेही सोचमें डूबी हूई लग रही थी. '' देखो ... यह किताब इंडियन रेसीपीजके बारेमें है ...'' डॅनियलने किताबके पन्ने पलटते हूए सुझानसे कहा. '' यह देखो .. यहां इंडीयन करी बनानेका विधी बताया है ... तुम्हे करी पसंद है ना ?'' डॅनियलने आगे कहा. डॅनियल अबभी उस किताबके पन्ने पलट रहा था. जब उसने किताबसे अपनी नजर हटाकर बगलमें सुझानकी तरफ देखा, तब उसके खयालमें आया की सुझान वहा खडी नही थी. उसने वह किताब रॅकपर वापस रख दि और ढूंढती हूई नजरोंसे बुक स्टोअरमें सुझानको ढूंढने लगा. उस हॉलमेंतो वह दिख नही रही थी. इसलिए वह बगलके हॉलमें उसे ढूंढनेके लिए गया. वह वहांभी नही थी. अभीतो मेरे बगलमें खडी थी....अभीके अभी कहा गई होगी ?...बगलमेंही एक छोटी मॅगझीनकी रुम थी. वहा उसने झांककर देखा. वह वहांभी नही थी. हालहीमें वह वैसेभी अजिबसा बर्ताव करने लगी है ...भाईभी नही मिला और भाभीभी गायब होनेसे होगा शायद... मुझे यहां अकेला छोडकर घर तो नही चली गई ?...उसके दिमागमें एक सवाल झांककर गया. वह जल्दी जल्दी दुकानके बाहर चला गया. बाहर इधर उधर देखा. वह कहीभी नही दिख रही थी. गाडीकी चाबी उसके पासही थी....गाडी लेकर तो नही गई होगी ?...वह दौडते हूए पार्कीग लॉटकी तरफ गया. पार्कींग लॉटमें पहूंचकर देखता है तो गाडी अपनी जगहपरही थी.गाडी तो जगहपरही है ...मतलब वह यही कहीं होना चाहिए ...स्टोअरके बाहर तो नही है ...फिर एकबार दुकानमेंही ठिकसे देखना चाहिए ...वह फिरसे बुक स्टोअरमें घुस गया. एक एक रुम , एक एक हॉल ठिकसे देखने लगा. वह कहीं नही दिख रही थी. तभी उसके खयालमें आगया की बुकस्टोअरको और एक फ्लोअर है. शायद वह पहले मालेपर गई हो ...वह पहले मालेपर गया. पहले मालेपर तिन चार हॉल होंगे. वह एक एक हॉलमें जाकर ढूंढने लगा. वैसे पहले मालेपर ग्राहक बहुतही कम थे. चारो हॉलमें उसने झांककर देखा. वह वहां नही थी. कहां गई होगी वह ?...अब डॅनियलको चिंता होने लगी थी. पहले मालेसे निचे उतरनेसे पहले उसने वहीं बगलमें एक किताबोंकी छोटी रुम थी उसमें झांककर देखा. उसे वह वहीं एक कोनेमें उधरकी तरफ मुंह करके खडी दिखाई दी. उसने राहतकी सांस ली. उसने उसके करीब जाकर देखा. उसके हाथमें एक काले कव्हरवाली किताब थी. और वह उस किताबमें पुरी तरह मानो डूबकर उस किताबके पन्ने पलट रही थी. '' हनी... तूम यहां क्या कर रही हो ?'' उसने उसके पास जाकर पुछा. '' मै कितना घबरा गया था ... '' उसने आगे कहा. उसने कोई प्रतिक्रिया जाहिर नही की. अबभी वह उस किताबमें डूबी हूई दिख रही थी. '' सुझान ...'' डॅनियल उसके कंधेपर हाथ रखकर उसका कंधा हिलाते हूए बोला. सुझानने आरामसे वह किताब बंद की, सामने रॅकपर वापस रख दी और डॅनियल की तरफ एक अजनबी नजर डालते हूए वह आगेकी रॅककी तरफ बढ गई. डॅनियल आश्चर्यसे उसकी तरफ देख रहा था. डॅनियलने उसने रॅकपर रखी हूई किताब बाहर निकाली. उसने उस किताब का टायटल पढा. टायटल था - ' ब्लॅक होल'क्रमश:...

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