Wednesday, April 1, 2009

Black Hole CH-10 वह बॉल कहा मिला?

सुबहकी चाय लेते हूए गिब्सन ब्रायनके घर उसके सामने बैठा हूवा था. ब्रायनके सरको बंधे बॅन्डेजकी तरफ देखकर गिब्सनको रातकी घटना याद आ गई. उसे हसींभी आ रही थी और ब्रायनके सरको अच्छा खांसा जोरसे फटका बैठा था इसका दुखभी लग रहा था. अपनी हंसी चेहरेपर ना आए इसकी खबरदारी लेते हूए उसने गंभीर होकर ब्रायनको पुछा, '' अब ठिक है ना ?''ब्रायनने सिर्फ हांमे सर हिलाया. थोडी देर कोई कुछ नही बोला. '' तुमने कभी किसीको उस हवेलीमें वास्तव्य करते हूए देखा ?'' गिब्सनने पुछा. उसके दिमागमें अबभी उस हवेलीकेही विचार घुम रहे थे. '' नही... लेकिन लोगोंका कहना है की एक बुढा आदमी उस हवेलीमे रहता था.... मतलब काफी साल पहलेकी बात है ...'' ब्रायन बोल रहा था. '' उनके अनुसार गांवमें किसीसेभी वह बात नही करता था... कोई कहता था की वह शहरसे आया... लेकिन पक्का किसीकोभी कुछ मालूम नही था... '' ब्रायनने आगेकी जानकारी बताई. '' फिर अब कहां है वह ?'' गिब्सनने पुछा. '' नही ... किसीकोभी मालूम नही ... मेरे पिताजी कहतेथे की वह भूत होगा... क्योंकी वह गायब होनेके बाद किसीकोभी उसकी लाश या कुछभी नही मिला... '' ब्रायनने कहा. '' भूत? ... तुम्हारा भूतोंपर विश्वास है?'' गिब्सनने पुछा. '' मुझे लगता है वहभी ऐसेही उस ब्लॅकहोलमें गायब हुवा होगा '' ब्रायनने कहा. गिब्सन फिरसे अपने विचारोंकी दुनियामें चला गया और एकदम कुछतो खयालमें आये जैसे उसने पुछा, '' वह कुंआ कब खोदा होगा इसका कोई अनुमान?'' '' लोक कहते है की वह आया और उसने खुद अकेलेही वह कुंआ खोदा ... उसके सनकी और अनोखे व्यवहारकी वजहसे लोग उसे घबराते थे....'' ब्रायनने कहा. इतनेमें ब्रायनका लगभग सात-आठ सालका लडका फ्रॅंक बाहरसे दौडते हुए वहा आ गया. लडकेका रंग भलेही काला हो लेकिन वह चेहरेसे एकदम क्यूट था. गिब्सनने बिचमें खडे होकर उसे रोका, '' हॅलो क्यूटी ... क्या नाम है तुम्हारा ?'' उस लडकेने अपने पिताकी तरफ देखा. उसके पिताने इशारेसेही हामी भर दी. उस लडकेने शरमाते हूए इधर उधर देखते हूए धीमें स्वरमें अपना नाम बताया, '' फ्रॅंक '' '' अरे वा... अच्छा नाम है '' गिब्सन उसका गाल थपथपाते हूए बोला. . अब गिब्सनने अपने पॅंन्टके जेबसे 'वह' टेनिस बॉल निकाला और फ्रॅंकको दिखाया. '' फ्रॅंक ... यह बॉल तुम्हे कहा मिला ?'' गिब्सनने पुछा. अचानक उस लडकेके चेहरेपर डर दिखने लगा. उसने घबराकर अपने पिताकी तरफ देखा. '' डरो नही ...तुम्हारे पिताजी कुछ नही करेंगे '' गिब्सनने उसका डर मिटानेकी कोशीश की. '' बोलना ... वह अंकल क्या पुछ रहे है .... कहा मिला वह बॉल?'' ब्रायनने उसे गुस्सेसे, कडे स्वरमें पुछा. गिब्सनने इशारेसेही ब्रायनको शांत रहनेके लिए कहा. वह फ्रॅंकके पास गया और उसके सामने खडा होगया. हलकेही फ्रॅंकके कंधेपर हाथ रखकर वह उसके सामने घूटने टेककर बैठ गया. गिब्सनने उसकी मासूम आंखोमे देखा, उसके छोटे छोटे हाथ अपने हाथमें लेकर थपथपाते हूए पुछा, '' तूम मुझे उस जगहपर ले जाओगे ?''फ्रॅंक भलेही डरा हूवा था फिरभी उसके चेहरेपर हामी दिख रही थी. क्रमश:..

No comments: