Wednesday, April 1, 2009
Black Hole CH-47 आप कौन है ?...
उन्हे कोई सुन नही सकता और देखभी नही सकता यह देखकर जाकोब मायूस हो गया था. वह स्टेलाके सामने जा खडा हो गया और हताशासे बोलने लगा - '' मेरा संशोधन जहां तक डॉ. स्टिव्हन हॉल्स संशोधन करते हूए पहूंच गए थे और जहांसे आगे वह बढ नही पा रहे थे, वहां तक पहूंच गया था. ''स्टेलाने जाकोबकी आंखोमें देखा. उसे अपने पतीके बारेमें गर्व महसूस हो रहा था. '' सिर्फ कृत्रिम जग बनानाही काफी नही था ... तो औरभी बहुत कुछ बाकी और जरुरी था '' जाकोबने आगे कहा. '' जैसे ?'' स्टेलाने पुछा. '' जैसे ... जैसे उन्होने कृत्रिम जग बनाए थे... वैसेही कुछ सचमुछके जग का भी अस्तित्व होना चाहिए '''' हां ... तूमने मुझे यह पहलेभी एकबार बताया था '' स्टॆलाने कहा. '' इसीलिए तो ... उस सचमुछके दुनियामें प्रवेश करनेका और वहांसे वापस आनेका कोई तो रास्ता होना चाहिए...वह रास्ता ढूंढनाभी इस संशोधनके एक हिस्सेके तौर पर उतनाही महत्वपुर्ण है ... अगर वह रास्ता नही मिला तो डॉ. स्टिव्हन हॉल्सने किए संशोधनका कोई मतलब नही बनता ... या यूं कहीए उसके सिवा यह संशोधन अधूरा है '' जाकोबने कहा. अब वह बुढा आदमी उनके पास आकर उनके साथ शामील हो गया. '' माय डियर... इस दुनियामें कुछभी अधुरा नही है ... हर एक चिजका उसका अपना एक अंत निर्धारीत किया हुवा है '' वह बुढा बोला. जाकोब उस बुढेकी तरफ ध्यान ना देते हूए स्टेलाकी तरफ एकटक देखते हूए बोला, '' लेकिन अब हम अपना संशोधन कैसे जारी रखेंगे '''' हां सचमुछ यह मुश्कील है ... अब फिलहाल हम कोई छोटी चिजभी पकड नही पा रहे है '' स्टेलाने कहा. '' मेरे दोस्त ... अब तूम जहांभी हो ... वहां सब नियम अलग है ... यह पुरी तरह एक अलग दुनिया है '' उस बुढे ने कहा. '' वह कुछभी हो ... एक बात तो तय है ... की वह संशोधन पूरा करनेके लिए हमें फिरसे वापस अपनी दुनियामें जाना चाहिए '' जाकोबने पक्के निर्धारके साथ कहा. वह बुढा अब गुढतासे बोलने लगा था - '' कोई एक ज्ञात अज्ञात ढूंढनेके लिए निकला ढूंढेगा वह अज्ञात जी जानसे खेलकर फिरभी दुनिया को वह कैसे बतायेगा अगर वह खुद अज्ञात हो चला'''' वापस अपनी दुनियामें जाना ? ... माय डियर... बदकिस्मतीसे पहलेकी दुनियामें जाना मुझे तो मुमकिन नही लग रहा है '' वह बुढा बोला. लेकिन अब जाकोबसे रहा नही गया, उसने पलटकर उस बुढेकी आंखोसे आंखे मिलाते हूए गुस्सेसे देखते हूए पुछा, '' मुमकिन क्यो नही होगा ?'''' क्योंकी ऐसा पहले ना कभी हुवा है ना भविष्यमें होगा ...'' उस बुढेने जवाब दिया. जाकोबने ध्यानसे और उत्सुकतासे उस बुढेकी तरफ एकटक देखते हूए पुछा, '' बाय द वे... आप कौन है ?... और आप हमारे पिछे क्यों लगे हो ?... मेहरबानी करके हमें हमारी स्थितीपर छोड दो '' जाकोबने झल्लाकर कहा. '' मै डॉ. स्टिव्हन हॉल्स हूं '' उस बुढेने गुढतासे कहा.क्रमश:...
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