Wednesday, April 1, 2009

Black Hole Ch-24 कॉफी हाऊस

शामका वक्त था, सुझान और डॅनियल एकदूसरेका हाथ अपने हाथमें लेकर फुटपाथपर चल रहे थे. एक कॉफी शॉपकी तरफ देखकर डॅनियलने कहा, '' चलो कॉफी पिते है '''' थक गये हो ... इतने जल्दी .. यह तो शुरुवात है डियर ... अभीतो काफी दूरी तय करना बाकी है ...'' सुझान उसे चिढाती हूई बोली. '' चलते रहनाही जिंदगी नही... जिंदगीमें चलते चलते बिच बिचमें कुछ मिलके पत्थरभी आते है... उन पत्थरोंपर रुकना और पिछे मुडकर देखना की हम कितने दूर तक आए है.. इसमेंभी एक अलग आनंद होता है... '' डॅनियल एकदम फिलॉसॉफीकल होकर बोल रहा था. '' ऐसा कहते हो... तो चलो कॉफी हाऊसमें, थोडी कॉफी लेते है और फिरसे ताजे होकर आगेके सफरके लिए निकलते है... '' सुझान मुस्कुराते हूए बोली. वे दोनो कॉफी हाऊसमें घुसकर एक कोनेमें एकदूसरेके सामने बैठ गए .सुझानने एक कागज अपने पर्स से निकाला और वह उसपर कुछ गिनने मे व्यस्त हो गई. '' मुझे लगता है तुमनेभी अपने दोस्तोंकी लिस्ट बनाई होगी. '' सुझान उसके पासके कागजपर कुछ लिखते हूए बोली. '' किसलिए ? '' डॅनियलने मासूमियतसे पुछा. सुझान एकदम उसकी कागजपर चलरही लिखाई रोककर उसकी तरफ गुस्सेसे देखते हूए बोली, '' किसलिए मतलब ?... शादीके कार्डस बांटनेके लिए... डॅनियल सचमुछ तूम कितने भूलक्कड हो .. अब भगवानके लिए यह मत पुछो की किसकी शादी ?''डॅनियल का चेहरा देखने लायक हो गया था. लेकिन अपने चेहरेके भाव छिपाते हूए उसने कॅफेमें इधर उधर देखते हूए वेटरको बुलाया. वेटर आकर अदबके साथ उसके पास खडा हो गया. '' दो ब्लॅक कॉफीज प्लीज'' उसने ऑर्डर दी और वेटर वहांसे चला गया. सुझान फिरसे अपने काममें व्यस्त हो गई और डॅनियल कॅफेमें इधर उधर देखने लगा. उनके टेबलसे काफी दूर, एकदम दूसरे तरफके कोनेमें , डॅनियलका ध्यान गया. '' सुझी'' डॅनियलने उधर देखते हूए सुझानको आवाज दिया. सुझानने उसकी तरफ देखा ना देखा जैसे किया और फिरसे अपने काममें व्यस्त हो गई. '' सुझी ... उधर कोनेमें तो देखो. '' डॅनियलने फिरसे उसे टोका. सुझानने डॅनियलने निर्देशित किए कोनेमें देखा. उस कोनेमें जाकोब और स्टेला गहरी सोचमें और चर्चामें डूबे हूए एक दूसरेके सामने बैठे थे. उनके सामने टेबलपर कुछ कागजात पडे हूए थे. उनको देखतेही सुझानका दिमाग सनक गया. वह एकदमसे खडी हो गई. पहलेही जाकोब उसे एकबार बीचपर उसपर निगरानी करते हूए दिखा था. तबसे उसके मनमें जाकोबके बारेमें नफरत भरी हूई थी. और अब स्टेलाका ऐसे जाकोबके साथ कॅफेमें आना सुझानको बिलकुल अच्छा नही लगा था. '' चलो ... यहांसे जल्दी बाहर निकलो... हम कही और जाते है '' सुझान बाहर दरवाजेकी तरफ जाते हूए बोली. डॅनियलभी उसके पिछे पिछे चूपचाप चलने लगा. क्रमश:...

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