Wednesday, April 1, 2009

Black Hole CH-14 सुझानका जाब जवाब

ड्रॉईंग रुममें सुझान और पुलिस अधिकारी ब्रॅट आमने सामने बैठे थे. '' तुम्हे क्या लगता है ?'' अचानक कुछभी संदर्भ ना देते हूए ब्रॅटने सुझानसे सवाल पुछा. गडबडाकर सुझानने उसकी तरफ देखा. '' मतलब ... गिब्सन कहां गया होगा ?'' ब्रॅटने और स्पष्ट करते हूए पुछा. '' नही ... मुझे तो कुछभी अंदाजा नही है ... वैसे देखा जाए तो वह हमेशा बहुत प्रॉम्ट रहता था.... दो तिन घंटेके लिएभी अगर उसे देर होती हो तो वह फोन कर बताता था... '' सुझानने कहा. '' तुमभी वही बोल रही हो जो तुम्हारे भाभीने कहां '' ब्रॅटने व्यंगात्मक ढंगसे कहा. '' सच कहूं ... तो ऐसा कभी पहले हूवा ही नही ...'' सुझानने कहा. '' उसकी किडन्यपींगकी संभावनाके बारेमे तुम्हारा क्या खयाल है ? ब्रॅटने पुछा. '' उसे कौन किडन्यप कर सकता है ?'' सुझानने मानो खुदसेही सवाल पुछा. '' कोई उसका शत्रु... कोई दुष्मन...'' ब्रॅटने सुझाया. '' नही ... मुझे नही लगता... दुष्मन तो छोडो उसे जादा दोस्त भी नही है ... उसका स्वभावही वैसा है ... थोडा शर्मीला थोडा अंतर्मुखी ...'' सुझानने कहा. ब्रॅट अपना सर खुजाने लगा, शायद कुछ सोच रहा हो. '' उसका वैवाहीक जिवन कैसा था ?... आय मीन ... वह अपने वैवाहीक जिवनसे खुश था ?'' ब्रट अपनी तहकिकात का रुख अब दुसरी संभावनाकी तरफ ले गया. '' ऍब्सुलेटली... '' सुझानने एक पलभी ना सोचते हूए जवाब दिया. '' स्टेलाका दृष्टीकोण उसके बारेमें कैसा है ?'' ब्रॅटने आगे पुछा. '' अच्छा है ... मतलब वह हमेशा उसके साथ किसी दोस्त की तरह बर्ताव करती है '' सुझानने कहा. '' स्टेलाके बारेमें कुछ संदेहास्पद? '' ब्रॅटने पुछा. '' संदेहास्पद? ... यानी आप कही उसपरतो शक नही कर रहे हो?... वह एकदम सरल है ... आप जो उसके बारेंमे शक कर रहे हो वैसा करने का तो छोड दो ... वैसा वह सोचभी नही सकती '' सुझानने एकदम स्पष्टतासे स्टेलाके बारेंमे अपनी राय रखी. .'' नही, वैसा नही ... मेरा शक थोडा अलग है '' ब्रॅट अपना कहना और स्पष्ट करनेकी कोशीश करने लगा. '' अलग... मतलब... आप क्या कहना चाहते है ?'' सुझानने आश्चर्य व्यक्त करते हूए कहा. '' मतलब... मेरा मतलब है ... कुछ एक्स्ट्रामॅरायटल अफेअर ... या वैसाही कुछ...'' ब्रॅटको अपना शक जाहिर करना कठीन जा रहा था. .'' नही .. नही ... वैसा मुमकीनही नही ..'' सुझानने दृढतासे कहा. सुझानको ब्रॅटने अपने भाभीके बारेमें ऐसा कहना शायद अच्छा नही लगा था. '' मुझे माफ करो ऑफीसर ... लेकिन मुझे लगता है आप अपनी मर्यादा लांघ रहे हो ...'' सुझान गुस्सेसे लाल लाल होते हूए बोली. लेकिन बादमें अपने गुस्सेपर काबू करनेकी कोशीश करते हूए बोली, '' .. मतलब ... मुझे लगता है आप अपनी तफ्तीश गलत दिशामें कर रहे हो ... उसकी तरफ जरा देखो... और सोचो... वह ऐसा कुछ कर सकती है ?'' ब्रॅट अजिब तरहसे मुस्कुराते हूए बोला, '' तुम्हे पता है ... दिखानेके और चबानेके दात हमेशा अलग अलग होते है '' '' हरा चष्मा पहने आदमीको सब तरफ हरीयालीही नजर आती है '' सुझानभी गुस्सेसे बोल पडी. '' देखो... मिस ..?'' ब्रॅट मानो उसे उसका नाम याद नही आ रहा है ऐसा अविर्भाव करते हूए बोला. '' सुझान .. मिस सुझान..'' सुझानने बिचमें टोकते हूए उसे अपना नाम याद दिलाया. '' हां... मिस सुझान... मै आपकी भावनाएं समझ सकता हूं ... लेकिन मै विवश हूं ... यह मेरे हमेशाकी तफ्तीशका हिस्सा है ...'' ब्रॅटने कहा. सुझान खिडकीसे बाहर देखते हूए दातोंसे अपने नाखून काटते हूए अपना गुस्सा काबूमें करनेका प्रयास कर रही थी. '' तुम जरा शांत हो जावो ... जस्ट रिलॅक्स '' ब्रॅटने उसका गुस्सेसे लाल लाल हूवा चेहरा देखकर उसे शांत करनेका प्रयत्न किया. साथही वह ऐसे नाजुक मौकेपर कुछ महत्वपुर्ण बोल सकती है यह संभावना भी उसके दिमागमें थी. लेकिन उसके अपेक्षा अनुरुप सुझान कुछ नही बोली. ब्रॅट जानेके लिए उठ खडा हूवा. '' ठिक है तो फिर ... मै चलता हूं ... तुम्हे कुछ महत्वपुर्ण, मुझे बताने लायक ... '' ब्रॅटने अंदर दरवाजेके पडदेकी तरफ अर्थपुर्ण नजरसे देखते हूए आगे कहा, '' ... या कुछ छिपानेलायक मिला तो मुझे फोन करना ना भूलीएगा '' '' हां जरुर '' सुझानभी उठकर खडी होते हूए बोली. ब्रॅट दरवाजेकी तरफ जाने लगा और जाते हूए अचानक एकदम रुक गया, फिरसे उसने घरके अंदर झांककर देखा. उसने इधर उधर अपनी नजर दौडाई और अंदर दरवाजेका हिला हूवा पडदा उसकी पैनी नजरसे छूट नही सका. वह फिरसे मुड गया और तेजीसे लंबे लंबे कदम भरते हूए वहांसे चला गया. सुझान उसके साथ उसे बाहरतक छोडने गई. क्रमश:...

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